#तेरी_यादों_में
काश! ये लम्हा ये वक्त यूं ही गूज़र जाता, तू सामने होती और वक्त ठहर जाता|। हम सोचते फिरते कि किसे अपना बना ले, हमे हर चेहरे मे बस तू ही नज़र आता|| सारी दूनिया से बेवफाई करके ऐ मेरी जान, मैं तूझे वफा का सबक सूनाता|| लोग कहते कि पागल सा हो गया है तू, फिर भी तेरी यादों मे हर वक्त मूस्कुराता||